गगन
याद
मेरे हमदम मुझे भुलाओ चले आओ.
मेरे अफ़साने मत गाओ चले आओ.
लगा दो आग उस दरिया के बहते पानी में,
मेरी यादों को उसमें बहाओ चले आओ.
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